नीरज तिवारी ने 2012 में एचसीसीआईएल (HCCiL) की स्थापना की थी। यह कंपनी प्रौद्योगिकी और प्रबंधन सेवाओं के क्षेत्र में काम करती है। नीरज ने संघर्षों के बावजूद अपनी अलग पहचान बनाई है। उनकी कंपनी अब करोड़ों की कमाई कर रही है। नीरज की कंपनी में 4,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं। इसका कारोबार 12 राज्यों में फैला हुआ है।
नई दिल्ली: नौकरी की तलाश में निराश नीरज तिवारी ने 2012 में सिर्फ 50 हजार रुपये से एचसीसीआईएल (HCCiL) की शुरुआत की। यह कंपनी सुरक्षा गार्ड और सुविधा प्रबंधन सेवाएं प्रदान करती है। 4,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ यह कंपनी अब 12 राज्यों में फैल गई है। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2027-28 तक IPO लाना और मार्च 2027 तक 1,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करना है। आइए, यहां नीरज तिवारी की सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।
नौकरी में बार-बार रिजेक्शन

नीरज तिवारी ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश शुरू की। लेकिन, उन्हें बार-बार निराशा हाथ लगी। हर जगह से एक ही जवाब मिलता, ‘हम आपको कॉल करेंगे।’ इससे निराश होकर उन्होंने खुद का काम शुरू करने के बारे में सोचा। यहीं से HHCiL की नींव पड़ी। उनका मकसद सिर्फ खुद के लिए नहीं, बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा करना था।
सामने थीं कई चुनौतियां

HHCiL की शुरुआत एक छोटे से व्यवसाय के रूप में हुई थी। धीरे-धीरे यह एक बड़ी कंपनी बन गई। यह सफर आसान नहीं था। शुरुआत में सिर्फ 10 कर्मचारी थे और पूंजी सिर्फ 50,000 रुपये थी। सुरक्षा और सुविधा प्रबंधन के क्षेत्र में पहले से ही कई बड़ी कंपनियां काम कर रही थीं। ऐसे में नीरज तिवारी के लिए नए ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करना एक बड़ी चुनौती थी।
12 राज्यों में फैली कंपनी
यह और बात है कि नीरज और उनकी टीम ने हार नहीं मानी। हर चुनौती को उन्होंने एक अवसर में बदला। हमेशा अच्छी सेवा देने पर फोकस किया। इससे धीरे-धीरे उनकी कंपनी की अच्छी प्रतिष्ठा बनने लगी। लोग एक-दूसरे को उनकी कंपनी के बारे में बताने लगे। 2015 तक HHCiL एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई। HHCiL ने 2018 में अपने काम का दायरा बढ़ाया। पेरोल प्रबंधन, सुविधा प्रबंधन और कई अन्य सेवाएं शुरू कीं। कोविड के बाद के समय में भी कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया। कंपनी ने अपना काम 12 राज्यों तक फैलाया और 4,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया। 2023 में HHCiL ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की। यह एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी बन गई।
कई तरह की सेवाओं की पेशकश

यह और बात है कि नीरज और उनकी टीम ने हार नहीं मानी। हर चुनौती को उन्होंने एक अवसर में बदला। हमेशा अच्छी सेवा देने पर फोकस किया। इससे धीरे-धीरे उनकी कंपनी की अच्छी प्रतिष्ठा बनने लगी। लोग एक-दूसरे को उनकी कंपनी के बारे में बताने लगे। 2015 तक HHCiL एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई। HHCiL ने 2018 में अपने काम का दायरा बढ़ाया। पेरोल प्रबंधन, सुविधा प्रबंधन और कई अन्य सेवाएं शुरू कीं। कोविड के बाद के समय में भी कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया। कंपनी ने अपना काम 12 राज्यों तक फैलाया और 4,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया। 2023 में HHCiL ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की। यह एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी बन गई।
कई तरह की सेवाओं की पेशकश

नीरज तिवारी की कंपनी कई तरह की सेवाएं देती है। इनमें सिक्योरिटी सॉल्यूशन, सुविधा प्रबंधन, पेरोल मैनेजमेंट, अग्निशमन और सुरक्षा प्रशिक्षण, इलेक्ट्रॉनिक समाधान, कॉर्पोरेट जोखिम प्रबंधन और बैकग्राउंड वेरिफिकेशन शामिल हैं। हर सेवा ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। कंपनी क्वालिटी और एफिशिएंसी पर जोर देती है। HHCiL का वित्त वर्ष 2027-28 तक IPO लाने का लक्ष्य है। मार्च 2027 तक कंपनी का टारगेट 1,000 करोड़ रुपये के रेवेन्यू को हासिल करना है।